प्र. ब्रांड-नेम और जेनेरिक दवाओं को भारत में कैसे अलग किया जाता है?

उत्तर

भारत में उत्पादन की स्थितियां ऐसी हैं जहां ब्रांड नाम और जेनेरिक दवाएं अलग हो जाती हैं। फार्मास्यूटिकल्स के जेनेरिक संस्करणों को अपने स्वयं के नामों की आवश्यकता होती है क्योंकि वे उपस्थिति, स्वाद या रूप के मामले में ब्रांड-नाम संस्करणों के समान नहीं हैं।

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