
एक ओमकार प्रतीक
यह प्
...View Product Detailsउत्पाद अवलोकन
प्रमुख विशेषताऐं
यह प्रतीक सिख धर्म का प्रतीक है और गुरुद्वारों (सिख मंदिरों) पर पाया जाता है।
एक-ओमकार सिख मूल मंत्र की शुरुआत है और सिख पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब में पहला वाक्यांश
है: एक-ओमकार तीन अक्षरों का एक संयोजन है: एक - एक ओम - के लिए पवित्र पत्र भगवान और कार - जो ओम के ऊपर खींची गई एक रेखा है जिसका अर्थ है निरंतरता कालातीत ओम (भगवान)
की शाश्वत उपस्थितिखांडा सिख धर्म का प्रतीक है जो सिख विश्वास के चार स्तंभों का प्रतीक है।
इसमें चार प्रतीकात्मक हथियार शामिल हैं: में केंद्र दोधारी तलवार या खांडा जिसमें से प्रतीक इसका नाम व्युत्पन्न है। खांडा देवत्व के ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है और ईश्वर की रचनात्मक शक्ति।
खंडा के चारों ओर एक वृत्ताकार है चक्र (या चक्का जिसका अर्थ है पहिया चक्र के समान जड़ से) जो ईश्वर की एकता का प्रतीक है।
दोनों तरफ क्रॉस्ड डैगर्स या किरपाण जिन्हें पिरी और मिरी (गुरु हरगोबिंद का निजी हथियार) कहा जाता है संतुलन में आध्यात्मिक और लौकिक (सांसारिक) शक्ति का प्रतीक।
कंपनी का विवरण
व्यापार के प्रकार
सेवा प्रदाता
विक्रेता विवरण
वास्तु कृपा
नाम
खुशाल प. सचदेवा
पता
नो. २०९ रवि किरण एस्टेट लिंक रोड अँधेरी (वेस्ट) मुंबई महाराष्ट्र 400053 भारत
गलत विवरण की रिपोर्ट करें